रक्त (Blood) एक जैविक तरल होता है, जिसको खून के नाम से भी जाना जाता है। यह हमारे शरीर में लहू वाहिनियों के अंदर विभिन्न अंगों में लगातार बहता रहता है। यह रक्त कणों व प्लाज्मा से मिलकर बना होता है।
रक्त किसे कहते हैं?
रक्त समूह (Blood Group)
- A
- B
- AB
- O
रक्त के घटक
1.प्लाज्मा
2. रक्त कणिकाएं
(i)लाल रक्त कणिकाएं या इरिथ्रोसाइट्स (RBC)
(ii)श्वेत रक्त कणिकाएं या ल्यूकोसाइट्स (WBC)
इनमें हीमोग्लोबिन नहीं होता है, इसलिए यह श्वेत या सफेद रंग की होती हैं। इनका कोई आकार निश्चित नहीं होता है। श्वेत रक्त कणिकाओं में केंद्रक पाया जाता है। इनका जीवनकाल 10 से 13 दिन का होता है।
श्वेत रक्त कणिकाओं की संख्या लाल रक्त कोशिकाओं से कम होती है, यह मनुष्य में एक घन मिमी में 5 हजार से 9 हजार तक होती हैं। यह मुख्य रूप से दो प्रकार की होती हैं-
- कणिकारहित श्वेत रक्त कणिकाएं
- कणिकामय श्वेत रक्त कणिकाएं
(iii)प्लेटलेट्स या थ्रोम्बोसाइट
रक्त के कार्य
1.जल संतुलन
रक्त जल संतुलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, यह हमारे शरीर में आवश्यक जल को बनाए रखता है, जिसके कारण हमारा शरीर व त्वचा स्वस्थ बनी रहती है।
2.ऑक्सीजन परिवहन
हमारे शरीर में ऑक्सीजन को विभिन्न कोशिकाओं तक रक्त ही पहुँचाता है और साथ में ही हमारे फेफड़ों को भी ऑक्सीजन पहुँचाता है।
3.रक्त बहने से रोकने
दोस्तों, जब हमारे शरीर के किसी अंग में कट लग जाता है या घाव बन जाता है, तो रक्त बहने लगता है, तब रक्त की प्लेटलेट्स कणिकाएं घाव या कट पर रक्त का थक्का बनाकर घाव की रक्षा करती हैं।
4.कार्बन डाइऑक्साइड परिवहन
रक्त कार्बन डाइऑक्साइड परिवहन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, इसके लिए रक्त हमारे शरीर की सभी कोशिकाओं में श्वसन क्रिया के उपरान्त बनी कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित कर फेफड़ों में भेजता है और वहां फेफड़ों से कार्बन डाइऑक्साइड बाहर निकल जाती है।
5.शारीरिक ताप का नियंत्रण
रक्त उच्च कोटि के जीव जैसे- मनुष्य, गाय, वानर आदि के शरीर के तापमान को नियंत्रित बनाए रखता है। क्योंकि रक्त के कारण ही प्रत्येक मौसम में हमारे शरीर का तापमान समान ही रहता है।
6.शरीर की सफाई
रक्त हमारे शरीर में मृत कोशिकाओं की सफाई करके सफाई बनाए रखता है। क्योंकि रक्त में श्वेत रक्त कणिकाएं शरीर में मृत कोशिकाओं के मलवे का भक्षण करके उसे इकट्ठा होने से बचाती हैं।
7.भोज्य पदार्थों का परिवहन
दोस्तों जब हम खाना खाते हैं, तब इसके बाद खाना का पाचन होता है, तब रक्त खाने से आवश्यक तत्वों को अवशोषित करके विभिन्न अंगों तक पहुँचाता है।
8.उत्सर्जी पदार्थों का परिवहन
रक्त हमारे शरीर में बनने वाले उत्सर्जी पदार्थों को बाहर निकालने में एक अहम भूमिका निभाता है। हमारे शरीर में जब यूरिया, अमोनिया व यूरिक अम्ल जैसे बने पदार्थों को रक्त उत्सर्जी अंगों तक पहुंचा देता है और वहां से इन अंगों द्वारा हमारे शरीर से पदार्थों को निकाल दिया जाता है।
9.रोगों से रक्षा
रक्त में उपस्थित श्वेत रक्त कणिकाएं हानिकारक विषाणुओं, जीवाणुओं आदि का भक्षण करके हमारे शरीर की सुरक्षा करती हैं।
10.हॉर्मोन्स का परिवहन
हमारे शरीर में उपस्थित अन्तःस्त्रावित ग्रन्थियों से निष्कासित या बहने वाले हॉर्मोन्स को रक्त ही सभी अंगों तक पहुँचाता है।
11.कोशिकाओं की उचित दशा
रक्त ऊतकीय द्रव में जल, लवण, अम्ल आदि की मात्रा का नियंत्रण करके कोशिकाओं की उचित दशा को बनाए रखता है।
अन्य जानकारी-
- पारिस्थितिक तंत्र किसे कहते हैं?
- स्टेनले मिलर का प्रयोग (stanley miller ka prayog)
- केन्द्रक किसे कहते हैं biology
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